जब दोस्तों में हो जाये कोई तनहा
जब तनहा हो तन्हाई
जब तन्हाई में उठे हूक
जब हूक से हो घबराहट
जब घबरा कर बढें धड़कनें
जब धडकनों में सजे सुर कोई
जब इन सुरों पर कोई लिखे गीत
जब कोई सुन सके वो गीत
जब सुनकर दे आवाज़ मुझे.
है भी कोई जो मुझे आवाज़ लगाये?
मंत्रमुग्धा / कविता भट्ट
2 years ago
Agar ho jao kabhi tanha,
ReplyDeleteKhud k sath dil lagakar dekhna
Tumhare sath hogi tere dharkanon ki geet,
un par khud ko thirkakar dekhna
Aur agar phir v na ho pao ghabrahat se door
To khud ko ek bar awaz lagakar dekhna
TAB TANHAI ME V TERE LAVON PAR MUSKAN HOGI.