Sunday, June 6, 2010

मुसलमान

वह मुसलमान कहता था खुद को
जिहाद करने की बात करता था वो
ऐसा अल्लाह ने फरमान दिया है
बड़ी बड़ी बातें जो समझ से परे थीं
मरने मारने की बातें
कुरान की बातें
कौम की बातें
काफिर की बातें
मुहम्मद की बातें
क़त्ल की बातें
उसकी हर बात से
नफरत फैलती थी
खून टपकता था

मैंने पूछ लिया
"पहले पैदा कौन हुआ- इंसान या मुसलमान?
अगर खुदा ने मुसलमान बनाये
तो बाकी कहाँ से आये?"
वो तो बस आग बबूला हो गया.
चीखा
"काफिर है. मार डालो इसे".

पहले मैं अक्सर समझता था
अल्लाह इंसानों से प्यार करता है
मुसलमानों से नहीं
मैं गलत था शायद.

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